MUSKAAN - JAY HO SHIRDI VALE SAAIN BABA KI
*****************
कोठी अटारी पे आए कागा
नथुनी बेसर छू छू भागे
चांद चकोर से मन जो लागा
प्राण पखेरू न उड़ मिल जाए
******************
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर5
प्रतापगढ़ , उत्तर प्रदेश,
भारत
अच्छी प्रस्तुति
सुन्दर प्रस्तुति।
गिने-चुने शब्दों द्वारा इतना अधिक प्रभाव! नमन करता हूँ आदरणीय भ्रमर जी।
अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंगिने-चुने शब्दों द्वारा इतना अधिक प्रभाव! नमन करता हूँ आदरणीय भ्रमर जी।
जवाब देंहटाएं